नमस्कार दोस्तों ! आज हम बात करेंगे Acidity in Hindi के बारे में। Acidity आजकल एक आम समस्या बनती जा रही हैं। अपने जीवन काल में लगभग हर इंसान इसका अनुभव जरूर करता हैं।
यह भी पढ़ें:- कमर दर्द के लिए योग- एक प्राकृतिक उपचार
जब हमारे पेट में एसिड ज्यादा Acid बनने लगता हैं तो इस कारण हमे बदहज़मी, खट्टी डकार आना, पेट दर्द होना जैसी प्रस्थितियों का सामना करना पड़ता हैं। इसे ही Acidity कहा जाता हैं।
यदि आप कभी-कभी एसिडिटी का अनुभव करते हैं, तो यह समान्य स्वास्थ्य समस्या हो सकती हैं । हालांकि, यदि आप एसिडिटी के बार-बार होने वाले लक्षणों से पीड़ित हैं, जहां आपको प्रति सप्ताह कम से कम दो या अधिक बार Acidity बनती हैं तो इसके बारे में गंभीरता से सोचने की जरूरत हैं। क्योंकि यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता हैं। ऐसे मामलों में अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिये।
आयुर्वेद में ACIDITY को ‘अम्ल पित्त’ और ALLOPATHY में GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) के नाम से भी जाना जाता हैं।
हमारे पेट (STOMACH) की दीवारों में जठर ग्रंथियां(GASTRIC GLANDS) उपस्थित होते हैं। जो हमारे पेट में HCL(HYDROCHLORIC ACID ) छोड़ते हैं जो हमारे भोजन को पचाने का काम करता हैं और जो हमारे पाचन के लिये बहुत ही जरूरी हैं ।
ACIDITY क्या हैं ?-Acidity In Hindi: A Simple Definition
यह भी पढ़ें:-अच्छे स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी से भरपूर फल
विज्ञान के अनुसार हमारे पेट में HCL (Hydrochloric Acid) और PEPSIN दो प्रकार के जूस PRODUCE होते हैं जिनके कारन भोजन अच्छी प्रकार से पचता हैं। पाचनक्रिया के दौरान ये दोनों जूस पेट के अंदर ही रहते हैं और भोजन नली तक नहीं पहुंच पाते हैं। क्योंकि पेट और भोजन नाली के जोड़ पर विशेष प्रकार की मांसपेशिया होती हैं जो बार बार सिकुड़ती रहती हैं । जिसके कारन पेट का ACID भोजन नली तक नहीं पहुंच पाता हैं।
परन्तु जब ये ACID भोजन नली तक पहुंच जाता हैं तो ये वहाँ पर बहुत जलन पैदा करता हैं जिसे हम साधारण भाषा में ACIDITY कहते हैं।
एसिडिटी एक आम स्वास्थ्य समस्या है जिसके कारण पेट में तीव्र जलन और उबलते तेज खाने का अनुभव होता है। यह स्थिति कई लोगों को प्रभावित करती है और उनके दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। इस लेख में हम एसिडिटी के कारण, लक्षण, उपचार और रोकथाम के बारे में बात करेंगे।
एसिडिटी (Acidity) के क्या कारण हो सकते हैं ? Acidity In Hindi: A Simple Definition
एसिडिटी की मुख्य वजह पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड(HCL) के उच्च स्तर की होती है, जो पाचन प्रक्रिया में सहायक होता है। कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
खाने में गलतियाँ:
बाजार में उपलब्ध तेज और तली हुई खाने की वस्तुएं, मसालेदार या तला हुआ खाना खाना या नियमित रूप से अत्यधिक कॉफ़ी, चाय, मसालेदार या मीठी चीज़ें खाना एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
खाने का समय और तरीका:
भोजन का सही समय पर करना और ठीक तरीके से चबाकर खाना खाना भी महत्वपूर्ण है। जल्दी भरपूर खाना खाने, भोजन के बाद सीधे सो जाने, भोजन करते समय ज्यादा पानी पीना आदि एसिडिटी को बढ़ा सकते हैं।
स्वास्थ्य समस्याएं:
कुछ रोग जैसे पेट में अल्सर, गैस्ट्राइटिस, हार्निया, पथरी आदि भी एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
जीवनशैली:-
हमारे जीवन जीने का तरीका भी Acidity का एक मुख्य कारण हो सकता हैं आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण भी कई बीमारियां जन्म लेती हैं जिनमे एसिडिटी भी एक होती हैं
हमारी ख़राब आदतों के कारण हम इस बीमारी को न्यौता देते हैं जैसे:-
बार-बार धूम्रपान करना
शराब का ज्यादा सेवन करना
रात का खाना खाते ही बिस्तर पर लेट जाना
सारा सारा दिन कोई भी शारीरिक परिश्रम ना करना
काम के बोझ या जीवन के कारण तनाव में रहना
आवश्कता से कम नींद लेना
एसिडिटी के क्या लक्षण होते हैं ? Acidity In Hindi: A Simple Definition
एसिडिटी (Acidity) के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- पेट में जलन और ऊपरी पेट में अजीब महसूस होना।
- तेज गैस और डकार आना।
- पेट में तकलीफ़ या भारीपन का अनुभव होना।
- खाना खाने के बाद तकलीफ़ होना।
उपचार और रोकथाम: एसिडिटी के उपचार और रोकथाम के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:
स्वस्थ आहार:- Acidity in Hindi
तले हुए, मसालेदार, मीठे, कॉफ़ी और चाय की मात्रा को कम करें। हरी सब्जियाँ, फल, दूध, अदरक, अंजीर, जैम, गाय का दूध, दही, केला, नारियल पानी, आदि का सेवन करें।
भोजन का समय और तरीका:- Acidity in Hindi
भोजन को धीरे-धीरे चबाकर और अच्छी तरह से चबाकर खाएं। भोजन के बाद कम से कम1km तक पैदल घूमें ।
सुधारित जीवनशैली:-Acidity in Hindi
नियमित व्यायाम करें, समय पर सोएं, तनाव को कम करें और ध्यान दें कि आपका वजन सामान्य हद तक हो।
घरेलू उपचार:- Acidity in Hindi
जैसे कील-मोइठी, अदरक का रस, नारियल पानी, सेब का सिरका, सोंठ के पाउडर, तुलसी का रस, जीरा पानी, दही, आदि एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यदि एसिडिटी के लक्षण गंभीर हो रहे हैं या यदि आपको इसकी बार-बार समस्या हो रही है, तो आपको एक प्रशिक्षित चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
यदि आप एसिडिटी के किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, जैसे जलन दर्द या बेचैनी (जिसे सीने में जलन भी कहा जाता है), उल्टी आना या पेट फूलना या डकार आना, मुंह में खट्टे का स्वाद आना , तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिये । आपका डॉक्टर इसका कारण जानने के लिए आपकी दिनचर्या से संबंधित कुछ सवालों के बाद कुछ शारीरिक परीक्षण भी कर सकता है।
यदि आपके लक्षण हल्के हैं, तो आपका डॉक्टर किसी भी परीक्षण नहीं करेगा । हालांकि, यदि आपके लक्षण उपचार के बाद भी ठीक नहीं होते हैं या यदि आप निगलने में कठिनाई जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो आपका डॉक्टर कुछ परीक्षण जरूर कर सकता है।
परीक्षणों में शामिल हैं:-Acidity In Hindi: A Simple Definition
Upper GI Endoscopy:-
इसमें एक छोटी लचीली ट्यूब (जिसे एंडोस्कोप के रूप में जाना जाता है) को अन्नप्रणाली, पेट और छोटी आंत की परत की जांच करने के लिए गले के नीचे डाला जाता है।
PH Monitoring:
यह टेस्ट पेट के एसिड को मापने में मदद करता है, यह जांच कर कि पेट का एसिड भोजन नली के माध्यम से कितना प्रवेश करता है और कितनी देर तक पेट में रहता है।
Barium swallow test (esophagus):
इसमें, मरीज़ को तरल बेरियम मिश्रण पिलाया जाता है और पेट (Stomach) या अन्नप्रणाली (Esophagus ) में किसी भी शारीरिक असामान्यताओं(Physical Abnormalities) की पहचान करने में मदद करने के लिए छाती और ऊपरी पेट का एक्स-रे किया जाता है।
Esophageal manometry:-
यह एक परीक्षण है जो निचले एसोफेजल स्फिंक्टर (LES) और अन्नप्रणाली की मांसपेशियों के कार्य की जांच करने में मदद करता है। यह आपके डॉक्टर को बताएगा कि आप जो खाना खा रहे हैं वह अन्नप्रणाली के माध्यम से सामान्य रूप से आगे बढ़ सकता है या नहीं।
याद रखें, एसिडिटी एक सामान्य समस्या है और उसका प्रबंधन संभव है। यदि आप उपचार और संशोधन का पालन करेंगे, तो आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
Frequently Asked Questions- Acidity in Hindi
Q. अम्लता ( Acidity) क्या है?
A: अम्लता या एसिडिटी भारतीयों को प्रभावित करने वाली एक बहुत ही सामान्य स्थिति है। इस स्थिति में छाती के निचले हिस्से के आसपास जलन महसूस होने लगती हैं , जो पेट के एसिड के भोजन नली में वापस बहने के कारण होती है। खाने-पीने की ख़राब आदतें और खराब जीवन शैली इसके मूल कारण होते हैं।
Q. एसिडिटी को प्राकृतिक रूप से कैसे ठीक करें?
A. एसिडिटी (Acidity) को स्वाभाविक रूप से ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका एक गिलास तरबूज का रस या नारियल पानी पीना है। आप अपने आहार में केला, खीरा या दही भी शामिल कर सकते हैं। ये सभी Acidity से तत्काल राहत प्रदान कर सकते हैं।
Q. सीने में जलन (Heartburn) क्या है?
A. पेट और गले के बीच जब Acidity के कारण जलन पैदा होती हैं, तो इसे Heartburn कहा जाता हैं । यह लक्षण अक्सर खांसी , हिचकी, गले में खराश, सांसों की बदबू, चक्कर आना और / या उल्टी के साथ होता है।
Q. क्या दूध एसिडिटी के लिए अच्छा है?
A. हाँ जी! बिलकुल अच्छा हैं। ठंडा दूध Acidity और Heartburn दोनों को दूर करने के लिए सबसे अच्छा जाना जाता है। दूध में मौजूद कैल्शियम(Calcium) और प्रोटीन (Proteins) दोनों एसिड को बनने से रोकते है। हालांकि, जो लोग Lactose sensitive होते हैं। उनके लिये दूध पेट में सूजन, और उल्टी का कारण बन सकता है।
Q. कौन से खाद्य पदार्थ अम्लता (Acidity) बढ़ाते हैं?
A. कैफीन, चॉकलेट, फ्राइड और जंक फूड्स, और उच्च सोडियम मसालों कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो acidity पैदा कर सकते हैं।
Q. Acidity से आराम के लिये क्या पीना चाहिये ?
A. एसिडिटी को कम करने के लिए हर्बल टी, जीरा वाटर, नारियल पानी मददगार हो सकता है।
धन्यवाद
यह आर्टीकल आपको कैसा लगा? हमें जरूर बतायेगा, हमें आपके विचारों तथा सुझावों का इंतजार रहेगा। आप हमें सुझाव COMMENT BOX के जरिये भेज सकते हैं।
DISCLAMIER: – HEALTHSWIKI.COM केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए सामान्य जानकारी प्रदान करता है। इस वेबसाइट का उद्देश आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और स्वास्थ्य से जुडी जानकारी मुहैया कराना हैं। HEALTHSWIKI.COM साइट में दी गई जानकारी, या अन्य साइटों के लिंक के माध्यम से प्राप्त जानकारी, चिकित्सा या पेशेवर देखभाल के लिए एक विकल्प नहीं है। यदि आपको लगता है कि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
Very good article