नमस्कार दोस्तो! आज हम बात KAMAR DARD KE LIYE YOGA आसनों के बारे में बारे में क्योंकि कमर दर्द एक आम समस्या बनती जा रही है और दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रभावित करती है। कमर दर्द लगातार बैठा रहने के कारण, खराब जीवनशैली, गलत आसन, मांसपेशियों का असंतुलन और मांसपेशियों का तनाव जैसे अनेक कारणो से हो सकता है।
कमर दर्द को कम करने के लिए कई उपाय मौजूद हैं, लेकिन उन सब में योग एक संपूर्ण इलाज़ प्रदान करता है जो केवल लक्षणों का ही समाधान नहीं करता है, बल्कि कमर दर्द को जड़ से खत्म भी करता है। इसलिये KAMAR DARD KE LIYE YOGA बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
और पढ़े:- कमर दर्द (Kamar Dard) से परेशान हैं? जानिये कुछ उपाय
Kamar dard ke liye Yoga
इस लेख में, हम कमर दर्द को कम करने में योग की क्या भूमिका होती है, और योग के विभिन्न आसनों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे जो कमर दर्द को दूर करने के लिए खास रूप से तैयार किए गए हैं। इन योग आसनों के अभ्यास को अपने दैनिक जीवन में शामिल करके, आप दीर्घकालिक राहत पा सकते हैं ।
कमर दर्द के क्या कारण हो सकते हैं?
कमर दर्द के वैसे तो कई कारण हो सकते हैं परन्तु हम यहाँ कुछ प्रमुख कारणों के बारे में जानेंगे:-
एक जगह पर लगातार बहुत देर तक बैठे रहना।
माँसपेसिओ का कमजोर होना, जिसके कारण वे अपना संतुलन खोने लगती हैं।
माँसपेसिओ में अत्यधिक तनाव या खिंचाव आना ।
ख़राब जीवनशैली के कारण ।
किसी बीमारी के कारण भी कमर में दर्द रहने लगता हैं।
कमर दर्द कितने प्रकार का होता हैं?
a.तीव्र पीठ दर्द (Acute back pain):-
यह पीठ का दर्द अचानक होता है और आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक बना रहता है।
b.अर्धजीर्ण पीठ दर्द (Subacute back pain):-
यह पीठ का दर्द अचानक या समय के साथ आ सकता है और 4 से 12 सप्ताह तक बना रहता है।
c.पुराना पीठ दर्द (Chronic back pain):-
यह पीठ का दर्द जल्दी या धीरे-धीरे आ सकता है और 12 सप्ताह से अधिक समय तक रहता है और रोजाना होता है।
पीठ दर्द के लिए योग (KAMAR DARD KE LIYE YOGA) के फायदे
योग पीठ दर्द से पीड़ित लोगों को कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है। जब हम नियमित रूप से योग करते हैं तो हमें 5 प्रमुख प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
- मांसपेशियों को आराम मिलता है
प्रत्येक योगासन मुद्रा को 10 से 60 सेकंड के लिए किया जाता है और इसमें मांसपेशियों को आराम मिलता है, जो मांसपेशियों के तनाव को दूर करने में मदद करता है। प्रत्येक मुद्रा के दौरान, कुछ मांसपेशियां फ्लेक्स करती हैं, जबकि अन्य मांसपेशियां खिंचती हैं। पीठदर्द के लिये किये जाने वाला योगासन पीठ के जोड़ों और मांसपेशियों के लचीलेपन में वृद्धि करता है।
2.मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
योग करने से हमारी मांसपेशिया मजबूत होती हैं । जब पीठ और पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं तो पीठ के निचले हिस्से में होने वाला दर्द काफी कम हो सकता है।
- रक्त प्रवाह में सुधार करता है
योग में श्वास लेने और छोड़ने पर नाक के माध्यम से गहरी और लयबद्ध श्वास पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यह साँस लेने की तकनीक पूरे शरीर को आराम प्रदान करने में मदद करती है और पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को बढ़ाती है। बेहतर रक्त प्रवाह हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है और अपशिष्ट पदार्थो को शरीर से बाहर निकालता है, पीठ की मांसपेशियों के आसपास के वातावरण को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- एक तटस्थ रीढ़ की हड्डी संरेखण को बढ़ावा देता है
योग करने से हमारी रीढ़ की हड्डी स्वस्थ रहती हैं और अपनी प्राकृतिक वक्रता को बनाए रखती हैं । नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से आपके सिर और कंधों का संतुलन बना रहता हैं। और कमर दर्द में आराम मिलता हैं
- मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है
योग आपकी ऊर्जा को सांस लेने और प्रत्येक योग के दौरान ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, योग का नियमित अभ्यास आपके दिमाग को आराम की स्थिति में रखता है, जिससे आप व्यायाम के दौरान ध्यान लगा सकते हैं। ये प्रभाव तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं, और आपके मूड को भी खुश और ठीक रखते हैं। योग हमारे मन से सारे नकारात्मक प्रभावों को ख़त्म कर सकता हैं जो पुराने पीठ दर्द को काफी प्रभावित कर सकते हैं।
शोध से पता चला है कि आपकी दर्द धारणा के परिणामस्वरूप पीठ दर्द बढ़ सकता है। जबकि नकारात्मक मनोवैज्ञानिक कारक आपके पीठ दर्द के शरीर क्रिया विज्ञान को प्रभावित नहीं कर सकते हैं, वे पहले से मौजूद पीठ दर्द को तेज कर सकते हैं।
कमर दर्द के लिए योग आसन (KAMAR DARD KE LIYE YOGA)
- मार्जर्यासन-बिटिलासना (Cat-Cow Pose)
- अधो मुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)
- बालासन (Child’s Pose)
- सेतु बंधासन (Bridge Pose)
- भुजंगासन (Cobra Pose)
- त्रिकोणासन (Triangle Pose)
- शलभासन (Locust Pose)
- कपोतासन (Pigeon Pose)
मार्जर्यासन-बिटिलासना (Cat-Cow Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
जैसा की हम इस आसन के नाम से ही जान सकते हैं की यह आसन बिल्ली और गाय की मुद्राओं से मिलकर बना हैं इस आसन को शुरू करते हैं
इसमें हमारे टखने बिलकुल हमारे कंधों के नीचे और हमारे कूल्हे सीधे घुटनों के ऊपर होने चाहिये , पंजों की उँगलियाँ बिलकुल खुली हुई होनी चाहिये । यह एक STARTING POSE हैं जिसे हम टेबल टॉप पोज (Table Top Pose ) भी कह सकते हैं।
और पढ़े:- kamar dard ke karan / कमर दर्द के कारण
इसके बाद एक गहरी श्वास लेते हुए गर्दन को ऊपर उठाकर आकाश की और देखें इससे हमारी रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता हैं और यह मजबूत बनती हैं।
यह कैट पोज़ है 2-3 सांसों के लिए यहां रुकें।
इसके बाद जैसे ही आप साँस छोड़ते हैं, साँस छोड़ते हुए हमें अपनी गर्दन को निचे की और झुकाना हैं जिससे हमारी ठोड़ी छाती पर लगती हैं और हम अपनी नाभि को भी देख सकते हैं इस मुद्रा में हमारी रीढ़ की हड्डी गोल हो जाती हैं और इसको बहुत आराम मिलता हैं।
यह काउ पोज है यहां 2-3 सांसों के लिए रुकें।
बिल्ली और गाय के बीच बारी-बारी से दोहराएं।
यह आसन कमर या पीठ दर्द के लिये बहुत ही उपयोगी माना जाता हैं
इससे हमारी रीढ़ की हड्डी को मजबूती मिलती हैं और पुराना पीठ दर्द चला जाता हैं
अधोमुख श्वानासन(Downward-Facing Dog Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana) को भारतीय योग में बड़ा ही महतवपूर्ण आसन माना जाता हैं । यह अष्टांग योग का बेहद महत्वपूर्ण आसन होता हैं । सूर्य नमस्कार के 7 आसनों में से ये आसन भी एक है।
अधोमुख श्वानासन को कुत्ते या श्वान जैसा प्रतीत होता हैं । कुत्ते अक्सर इसी POSTURE में शरीर की थकान मिटाते हैं। यकीन जानिए, यह सर्वश्रेष्ठ आसनों में से एक है।
आइये इसको करने की सही विधि जानते हैं
सबसे पहले चीटाई या योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद सांस अंदर की तरफ खींचते हुए अपने पैरों और हाथों की सहायता से शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं ।
इसके बाद सांस को बाहर निकालते (Exhale) हुए धीरे-धीरे अपने कूल्हों (Hips) को ऊपर की तरफ उठाएं ऐसा करते वक्त अपनी कुहनियों और घुटनों को सख्त बनाए रखें। ऐसा करने से आपका शरीर उल्टे ‘V’ के आकार में आ जायगा।
इस आसन के अभ्यास के दौरान अपने कंधे और हाथ एक सीध में रखने चाहिये। जबकि पैर आपके कूल्हों की सीध में रहेंगे। आपके टखने बाहर की तरफ रहने चाहिये ।
आपके कान हाथों के भीतरी हिस्से को छूने चाहिये और अपनी नज़र को नाभि पर केन्द्रित करें।
कुछ सेकेंड्स तक इसी स्थिति में रुकें और उसके बाद अपने घुटने जमीन पर टिका दें और RELAX जैसी स्थिति में फिर से वापस आ जाएं।
बालासन (Child’s Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
योग करने के लिए चिटायी या योगा मेट का इस्तेमाल करना चाहिये
सबसे पहले अपनी एड़ियों पर बैठ जाएँ,दोनों टखने और एड़िया आपस में छूने चाहिये
कूल्हों को अपनी दोनों एड़ियों पर रखें,और आगे की ओर झुके और माथे को जमीन पर स्पर्श करायें।
हाथों को आगे की ओर बढ़ाते हुए जमीन पर रखें, हथेली आकाश की ओर करके रखे
धीरे से छाती से जाँघो पर दबाव दें जितना आप आराम से सेहन कर सके ।
कम से कम 30 सेकंड तक इस स्थिति को बनाये रखें।
धीरे से उठकर बैठ जाएं और रीढ़ की हड्डी को सीधा करें। विश्राम की स्तिथि में वापस आए ।
सेतु बंधासन (Bridge Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
सबसे पहले आरामदायक चिटायी या योगमेट ले
अपनी पीठ के बल लेट कर, दोनों घुटनों को मोड़ें और पैरों को कूल्हे की चौड़ाई पर फर्श पर सपाट रखें। एक लम्बी श्वास ले और
पैरों को फर्श पर दबाएं, श्वास लें और कूल्हों को ऊपर उठाएं, रीढ़ को फर्श से ऊपर उठाएं।
छाती को ऊपर उठाने के लिए बाहों और कंधों में नीचे दबाएं। ऐसा करने से हमारा शरीर एक पुल के रूप में आ जाता हैं इसीलिए इसे सेतुबंधासन कहते हैं कम से कम 30 सेकंड तक इस स्थिति को बनाये रखें।
और श्वास छोड़ते हुए वापस आराम की स्थिति में आ जाये
भुजंगासन (Cobra Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
सबसे पहले दोनों हाथो को दोनों कंधो के बराबर नीचें रखे तथा दोनों कोहनियों को शरीर के समीप रखें। लम्बी श्वास लेते हुए, धीरे से मस्तक, फिर छाती और पेट को उठाएँ। नाभि ज़मीन को स्पर्श करनी चाहिये । अब दोनों हाथों का सहारा लेकर शरीर को ऊपर उठाते हुए कमर को पीछे की ओर खीचें। ऐसा करके हम सांप की आकृति बनाते हैं
इस आसन में शरीर की आकृति फन उठाए हुए सर्प जैसी बनती है इसीलिए इसको भुजंगासन या सर्पासन भी कहा जाता है। भुजंगासन सुर्य नमस्कार के 12 आसनों में 7 वे नंबर परआता हैं
त्रिकोणासन (Triangle Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
त्रिकोणासन को त्रिभुज मुद्रा भी कहा जाता हैं त्रिकोणासन करने के लिए सबसे पहले अपनी चटाई या योगमेट पर लम्बाई की तरफ खड़े होना चाहिये ओर अपने पैरों को पूरी तरह से खोल लेना चाहिये दोनों पैरों में कम से कम एक पैर की दूरी जरूर होनी चाहिये।
इसके बाद अपने दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें और अपने बाएं पैर की उंगलियों को लगभग 45 डिग्री पर घुमाएं। दोनों पैरों को बिलकुल स्थिर रखें
आपके शरीर का वजन दोनों पैरों पर समान रूप से बंटा हुआ होना चाहिये।
गहरी सांस लें और अपने शरीर को दाहिनी ओर झुकाएं, कमर को सीधा रखते हुए, अपने बाएं हाथ को हवा में ऊपर आने दें, जबकि आपका दाहिना हाथ फर्श की ओर नीचे आ जाए। दोनों भुजाओं को सीधी रेखा में रखें।
अपने दाहिने हाथ को बाहर फर्श पर रखें, अपने बाएं हाथ को अपने कंधों के अनुरूप, छत की ओर तानें। अपने सिर को स्थिर रखें या इसे बाईं ओर मोड़ें।
ज्यादा से ज्यादा स्ट्रेच करें और स्थिर रहें। लंबी गहरी सांसें लेते रहें। प्रत्येक साँस छोड़ने के साथ, शरीर को अधिक से अधिक आराम दें।
साँस छोड़ते हुए भी यही दोहराएं।
शलभासन (Locust Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
सबसे पहले सांस लेते हुए दायां पैर को ऊपर की ओर उठाएं। पैर को बिलकुल सीधा रखें।
रुकें और सांस लेते रहें।
साँस छोड़ते हुए दाएँ पैर को भी इसी प्रकार से नीचे लाएँ।
इसी प्रकार बाएं पैर से इसी चरण को 3 से 5 बार दोहराएं।
गहरी सांसें लेते हुए और घुटनों को सीधा रखते हुए दोनों पैरों को जितना हो सके ऊपर की ओर उठाएं।
सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को नीचे की ओर लाएं, हाथों को नीचे से बाहर निकालें और आराम की स्तिथि में आयें और आराम करें।
उपरोक्त आसन को 2 से 3 बार दोहरायें
कपोतासन (Pigeon Pose):- KAMAR DARD KE LIYE YOGA
सबसे पहले गहरी श्वास लें, और अपने दाहिने पैर को आगे और बाएँ पैर को पीछे करके आगे करें ।
इसके बाद साँस छोड़ें, और दाहिनी पिंडली के बाहरी हिस्से को अपने सामने रखें और दाहिनी एड़ी को अपने बाएँ कूल्हे के पास रखें।
हथेलियों को दाहिने पैर की सीध में रखें।
श्वास लें, हथेलियों को फर्श पर दबाएं, अपनी बाहों को सीधा करें, और साथ ही अपनी रीढ़ को लंबा करें, और ऊपर की ओर देखें।
30 से 60 सेकंड के लिए स्थिति को बनाए रखें और गहरी सांस लें।
ऊपर बताये गये योगासनों को अपनाकर आप अपने कमर दर्द से हमेशा के लिये छुटकारा पा सकते हैं और अपनी जीवनशैली में सुधार कर सकते हैं
Frequently Asked Questions
कमर दर्द के लिये कौन कौन से योगासन करने चाहिये?
मार्जर्यासन-बिटिलासना (Cat-Cow Pose)
अधो मुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)
बालासन (Child’s Pose)
सेतु बंधासन (Bridge Pose)
भुजंगासन (Cobra Pose)
त्रिकोणासन (Triangle Pose)
शलभासन (Locust Pose)
कपोतासन (Pigeon Pose)
क्या योगासनों से कमर दर्द ठीक हो सकता हैं?
कमर दर्द से राहत में योगासन या व्यायाम एक बहुत ही महतवपूर्ण भूमिका निभाते हैं दवाओं के साथ साथ योगासन के नियमित अभ्यास से कमर दर्द से पूरी तरह से छुटकारा पाया जा सकता हैं
नियमित योगासनों का अभ्यास करने से शरीर पूरी तरह से स्वस्थ रहता हैं और हमारा शरीर गतिशील बना रहता हैं
कमर दर्द के क्या कारण हो सकते हैं?
कमर दर्द या पीठ दर्द के वैसे तो कोई भी कारण हो सकता हैं परन्तु माँसपेसियो में खींचाव, कोई भारी वज़न एक झटके से उठाना, मौच या अचानक मुड़ने या हमारी ख़राब जीवनशैली के कारण भी कमर दर्द हो सकता हैं
किसी गंभीर बीमारी भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं जैसे Osteoarthritis इस बीमारी से भी पीठ के निचले हिस्से में लगातार दर्द बना रहता हैं
पीठ दर्द में तुरंत आराम के लिये क्या करना चाहिये?
गरम पानी में नमक डालकर सिकाई करने से पीठ दर्द में तुरंत आराम मिल सकता हैं
पीठ में हल्के गर्म सरसों के तेल की मालिश करने से भी आराम मिलता हैं
सही ढंग से बैठने से भी पीठ दर्द में तुरंत आराम मिल सकता हैं
कमर दर्द किस VITAMIN या MINERAL की कमी से होता हैं?
विटामिन-बी 12 की कमी कमर दर्द का कारण होती हैं
विटामिन-बी 12 हमारे RED BLOOD CELLS को स्वस्थ बनाये रखता हैं जिसकी कमी के कारन शरीर के हर हिस्से में OXYGEN पूरी तरह से नहीं पहुँच पाती हैं और व्यक्ति थकान महसूस करने लगता हैं और उसके सारे शरीर में दर्द रहने लगता हैं विशेष रूप से कमर के निचले हिस्से में
कैल्शियम की कमी भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं क्योंकि शरीर में कैल्शियम की कमी हमारी हड्डीओं को कमजोर बनाती हैं और उनमे दर्द रहने लगता हैं
सबसे सामान्य पीठ का दर्द कौन सा होता हैं? जो आमतौर पर होता रहता हैं
खिंचाव और मोच (Strains and Sprains): पीठ में खिंचाव और मोच कमर दर्द का सबसे आम कारण है। जब हम कोई बहुत भारी चीज एक झटके से उठाते हैं तो हमारी मांसपेशियों में अचानक खिंचाव आ जाता हैं और उनके टेंडन या लिगामेंट्स में चोट लगती हैं
इसलिये कमर में खिंचाव या मोच आती हैं
धन्यवाद
यह आर्टीकल आपको कैसा लगा? हमें जरूर बतायेगा, हमें आपके विचारों तथा सुझावों का इंतजार रहेगा। आप हमें सुझाव COMMENT BOX के जरिये भेज सकते हैं।
DISCLAMIER: – HEALTHSWIKI.COM केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए सामान्य जानकारी प्रदान करता है। इस वेबसाइट का उद्देश आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और स्वास्थ्य से जुडी जानकारी मुहैया कराना हैं। HEALTHSWIKI.COM साइट में दी गई जानकारी, या अन्य साइटों के लिंक के माध्यम से प्राप्त जानकारी, चिकित्सा या पेशेवर देखभाल के लिए एक विकल्प नहीं है। यदि आपको लगता है कि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
2 thoughts on “Kamar dard ke liye Yoga-A natural Remedy / कमर दर्द के लिए योग- एक प्राकृतिक उपचार”